- Mahesh Beldar
Self confidence is the key to success
Japan में दो राज्यों के बिच युध्ध चल रहा था, युध्ध जोरो सोरो से चल रहा था और खत्म होने की कगार पर था, शाम को एक राज्य के सेनापति ने लश्कर के सरदारों को इकट्ठा किया, उसमे युध्ध की समीक्षा की गई, उनके सामने जो लश्कर था वह हर चीज में उनसे शक्तिशाली और बेहतर था, यह देख उनका होसला डग मगाने लगा था, हालाकि वह पीछे हटना नहीं चाहते थे, सेनापति ने कहा की कल सुबह निर्णय करेंगे.
How to improve self confidence?
सुबह में युध्ध से पहले सेनापति रणक्षेत्र के नजदीक जो मंदिर था वहा रुके, सेनापति मंदिर में गये और थोड़ी देर बाद मंदिर से बाहर निकले, उन्होंने कहा मुझे मंदिर में से यह जादुई सिक्का मिला हे, यह हमे बतायेगा की हमे युध्ध करना चाहिए या वापिस लौट जाना चाहिए, में यह सिक्के को उछालूँगा, यदि इसमें राजा आया तो हम जीतेंगे और रानी आई तो हम हारेंगे, सिक्के में राजा आया, सभी सरदारों और सैनिको में उत्साह की लहर छा गई, सब में एक नया आत्मविश्वास और जुस्सा भर गया और यही उत्साह के साथ लश्कर ने विरोधियो पर आक्रमण किया और उन्होंने उनसे दो गुने शक्तिशाली और शस्त्रों से सज्ज लश्कर को हराया.
युध्ध समाप्त हुआ और विजयोत्सव के दौरान एक सरदार ने कहा, हम तो जीतने ही वाले थे, होनी को कौन ताल सकता हे, सेना पति ने उसे बुलाया और उसे वह सिक्का दिखाया, जिसके दोनों और राजा की छाप थी.
आत्मविश्वास विपरीत परिस्थिति में भी सफलता दिलाये ऐसा दैवीय सिक्का हे, यदि एकबार हम मन से यह ठान लेते हे की यह काम हम कर ही लेंगे तो हजारो मुसीबतों के बावजूद हम वह काम कर ही लेते हे.
